Sunday, April 1, 2012

राजगढ़ -माँ जालपा की पावन नगरी

राजगढ़ -माँ जालपा की पावन नगरी


                              जिला राजगढ़, शायद किसी सुना न हो, और यह इतना बड़ा तथा इतिहास की दृष्टि से ज्यादा बड़ा शहर नहीं है लेकिन इसी शहर की बहुत साड़ी महत्वपूर्ण विशेषताए जरुर है । यह न तो कोई औद्योगिक शहर है और न ही कोई    "मिनी सिटी"   है , जिसका नक़्शे पर नाम     हाई-मार्क हो । लेकिन यहाँ का वास्तविक अनुभव तो यहाँ  आकर और भ्रमण कर के ही किया जा सकता है .....! 
राजगढ़ लगभग ५ कि.मी. तक फेला हुआ है । यहाँ की प्रमुख विशेषता यहाँ की साफ़-सफाई, शांति तथा हुद्दा वातावरण है । इसी के साथ यहाँ दार्शनिक स्थल भी है जो की राजगढ़ की शोभा बढाए रखते है । यहाँ            "नेवज नदी"    गुजर रही है जो कि राजमहल के समीप है ।   "नेवज"  को शास्त्रों में   "निर्विन्ध्या"  नदी के नाम से जाना गया है ।  पूरा शहर ऊँची -नीची जगह पर बसा हुआ है  अर्थात यहाँ  कि मिटटी कंकरीली है ।       
राजगढ़ को 'राजगढ़ (ब्यावरा)' के नाम से पहचाना जाता है क्योकि मध्यप्रदेश में दो- तीन राजगढ़ और है ।         
                                                                                                                                                                        
River 'Nirvindhya'
नेवज नदी (निर्विन्ध्या )
                                                                                                                                                                       
Nirvindhya
नेवज नदी (निर्विन्ध्या ) घाट

राजगढ़ के दार्शनिक- स्थल :-

  • माँ जालपा का मंदिर (एक पहाड़ी पर स्थित)-
  • खोयरी (जहा आदिनाथ भगवान् शिव विराजमान है )
  • संकट मोचन हनुमान मंदिर 
  • श्री नाथ जी का मंदिर 

  • माँ जालपा का मंदिर (एक पहाड़ी पर स्थित)-
                                          माँ जालपा का मंदिर, राजगढ़ से पश्चिम में लगभग ५ कि.मी. दूर स्थित है । मंदिर पहाड़ी पर स्थित है । यह स्थान निरुपम है, यहाँ आकर अपार आनंद की अनुभूति होती है और मन को शांति भी मिलती है । यहाँ सेकड़ो श्रद्धालु आते है तथा अपनी मुरदे पूरी करते है ।     


maa jalpa
माँ जालपा 
maa jalpa
माँ जालपा 


                                                                                                                                                                     
                                                                                                                                                                    







Mandir
मंदिर

माँ के मंदिर के सामने दक्षिणमुखी हनुमान जी का मंदिर है । यह स्थान बहुत प्रसिद्ध है । नवरात्री के त्यौहार पर यहाँ दूर -दूर से लोगो का जमावड़ा रहता है, भीड़ इतनी  तादाद में रहती है कि अप्पको जगह तक नहीं मिलती ।

Hanuman ji
द्क्षिन्मुखी हनुमान

Hanuman ji
द्क्षिन्मुखी हनुमान

Hanuman ji
द्क्षिन्मुखी हनुमान



  • खोयरी (जहा आदिनाथ भगवान् शिव विराजमान है )-
                                 शहर  से उत्तर  दिशा  में नेवज  नदी को पार करते हुए खोयरी पाहुजा जाता है । नदी के दुसरे छोर पर दो छोटे -छोटे कस्बो से होते हुए लगभग तीन किलोमीटर का रास्ता चलकर इस स्थान पर जाया जाता है । यहाँ छोटे ताल और मंदिर के आसपास दूर तक जंगल फेला हुआ है , जिसके बीच भगवान शंकर विराजे हुए है । 





    वैसे  भगवान  शिव के  बारे में  कहा ही जाता  है  कि शिव जी निर्जन में निवास करते है । खोयरी  में आकर वास्तव  में  प्रतीत  होता है  जैसे हम किसी तीर्थ स्थल में भ्रमण - दर्शन  कर रहे हो ।



अमरनाथ गुफा
अमरनाथ गुफा


















  • संकट मोचन हनुमान मंदिर -
                                               शहर से थोड़ी दूर नेवज के समीप संकट मोचन मंदिर स्थित है जहा बाबा संकट मोचन हनुमान विराजमान है।



कहते है यहाँ सभी के संकट मिट जाते है । जो भी भक्त यहाँ जाता है वह अपने  जीवन के  सभी कष्टों को भूल जाते और सकल मनिरथ प्राप्त करते है । प्रत्येक मंगलवार, जो कि श्री हनुमान जी का जन्म दिवस है, को यहाँ  सुन्दर - कांड  समिति द्वारा सुन्दर कांड का पथ किया जाता है । 

जय हनुमान 
    संकट कटे मिटे सब पीरा,  जो  सुनिरे हनुमत बलबीर ।
    राम रसायन तुन्हारे पासा, सदा रहे रघुवर के दस      ।।




  • श्री नाथ जी का मंदिर -
                                 श्री नाथ जी का मंदिर पुराणी बस- स्टेशन के पास राजमहल से नीचे घूम घाटी पर स्थित है । यह प्राचीन श्री नाथ का मंदिर अति सुन्दर है , जिसकी  छठा  देखते ही बनती है । यह मंदिर नेवज  नदी  के बहुत समीप  है । वर्षा  के  समय नदी का जलस्तर बदने पर यह मंदिर  जल-मग्न  हो जाता  है ।







                                

  • राजगढ़ विशेष  -
                               राजगढ़ में प्रत्येक सम्प्रदाय के लोग रहते है , हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख और इसाई । राजगढ़ अन्य शहर की अपेक्षा बहुत शुद्ध है ।  यहाँ प्रत्येक सुविधाए उपलब्ध  है । 

प्रमुख संस्थाए-
  1. जिला कलेक्टर कार्यालय एन.एच.३, खिलचीपुर रोड पर स्थित है । 
  2. गेस्ट हाउस  उत्तेर में पुरानी बस स्टेशन के पास पूरा में स्थित है ।
  3. एस.पी. बंगला, जेल  रोड 
  4. पुलिस थाना चोकी, नाका न. ३
  5. आकशवाणी केंद्र , एन.एच.३, खिलचीपुर रोड
  6. पुलिस कंट्रोल रूम, पूरा 
  7. जिला कोर्ट , पूरा 

विद्यालय -
  1. शा. उत्कृष्ट विद्यालय 
  2. शा. बालक उ. विद्यालय गंज
  3. शा. कन्या विद्यालय 
  4. स्वामी विवेकानंद पब्लिक विद्यालय
  5. केंद्रीय विद्यालय 
  6. राजेश्वरी कॉन्वेंट स्कूल
  7. भारतीय विद्या मंदिर 
  8. के.के. मेमोरिअल प. स्कूल


महाविद्यालय -
  1. शा. स्नातकोत्तर महाविध्यालय, खेल-प्रशाल के पीछे, नाका न.२

कंप्यूटर सेंटर- 
  • यूनिक्स कंप्यूटर, नागर मोहल्ला  
  • जीनियस कंप्यूटर, शंकर कालोनी  

प्रमुख कालोनिया/ मोहल्ला -
  • भंवर कालोनी 
  • इंगले कालोनी 
  • बी.टी.इ.
  • इन्द्रा कालोनी
  • काला खेत
  • पूरा 
  • उद्भव नगर 
  • शिक्षक कालोनी 
  • पुलिस लाइन
  • हेडगेवार कालोनी 
  • शंकर कालोनी 
  • नागर मोहल्ला
  • पाडा खाना 
  • रानी लक्ष्मी बाई चोक
  • मेन मार्केट 
  • गणेश  चोक
  • तिलक मार्ग
  • बड़ चोक
  • राजमहल  
  • परायण चोक  

प्रमुख बैंक- 
  • एक्सिस बैंक
  • स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, शाखा राजमहल
  • स्टेट बैंक, शाखा बड़ चोक
  • स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया 
  • ग्रामीण बैंक
  • आई.सी.आई.सी.आई.
  • केनरा बैंक 
  • पंजाब नेशनल बैंक
  • स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, शाखा फूलखेडी


  • नाका न. १ - पुरानी बस स्टेशन 
  • नाका न. २ - खिलचीपुर नाका 
  • नाका न. ३ - मेन बस स्टेशन (ब्यावरा नाका)


यह पेज महत्वपूर्ण जानकारी के लिए  उपयुक्त है  ।
राजगढ़ -दर्शन के लिए धन्यवाद. 

1 comment:

  1. श्रीमान इसमें शीतला माता जो की प्रसिद्ध है ।माताजी की गली में स्थित है। ओर सरस्वती शिशु मन्दिर के नाम नहीं है।

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